जयसिंहनगर, जिला शहडोल से लापता 17 वर्षीय नाबालिग बालिका को कोतवाली अनूपपुर पुलिस ने सुरक्षित दस्तयाब कर परिजनों को सौंपा
अनूपपुर। अनूपपुर पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान के निर्देशन में कोतवाली अनूपपुर पुलिस की सतर्कता और उत्कृष्ट पुलिसिंग के चलते शुक्रवार सुबह जिला शहडोल के जयसिंहनगर से लापता 17 वर्षीय नाबालिग बालिका को दस्तयाब कर उसके परिजनों को सौंप दिया गया।
घटनाक्रम
शुक्रवार सुबह थाना कोतवाली अनूपपुर की पुलिस पेट्रोलिंग पार्टी के आरक्षक कपिल सोलंकी एवं अमित यादव द्वारा बस स्टैंड अनूपपुर में चेकिंग के दौरान एक नाबालिग बालिका को भटकते हुए पाया गया। तत्काल महिला उपनिरीक्षक सरिता लकड़ा एवं महिला आरक्षक कविता विकल के द्वारा उसे सुरक्षित महिला डेस्क, कोतवाली थाना लाकर पूछताछ की गई।
पूछताछ में बालिका ने बताया कि कल 13 फरवरी को उसकी कक्षा 11वीं की जीवविज्ञान (बायो) विषय की परीक्षा खराब हो जाने के कारण वह डिप्रेशन में आकर घर छोड़कर निकल गई थी और भटकते हुए अनूपपुर पहुंच गई। इस संबंध में थाना जयसिंहनगर, जिला शहडोल में उसके परिजनों द्वारा गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, जिस पर अपराध क्रमांक 59/2025, धारा 137(2) बी.एन.एस. के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया था।
कोतवाली अनूपपुर टी.आई. अरविंद जैन की सूचना पर नाबालिग बालिका के परिजन एवं थाना जयसिंहनगर पुलिस बल कोतवाली अनूपपुर पहुंचे, जहां बालिका को सुरक्षित उनके सुपुर्द कर दिया गया। बालिका के परिजनों ने अनूपपुर पुलिस का आभार व्यक्त किया।
पुलिस की अपील एवं एडवाइजरी
पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान ने माता-पिता से अपील की है कि वे स्कूली परीक्षाओं के दौरान अपने बच्चों को मानसिक रूप से मजबूत बनाए रखें और समझाएं कि जीवन अनमोल है। परीक्षा का परिणाम किसी भी व्यक्ति के भविष्य का अंतिम पैमाना नहीं होता, मेहनत से परिणाम में सुधार किया जा सकता है। यदि किसी छात्र का प्रश्नपत्र खराब हो जाए तो घबराने या कोई गलत कदम उठाने के बजाय परिवार और शिक्षकों से बात करें।
पुलिस प्रशासन सभी माता-पिता एवं अभिभावकों से अपील करता है कि वे परीक्षाओं के दौरान अपने बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत स्थानीय पुलिस से संपर्क करें।
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